कई सालों तक मेरी सुबहें एकदम हड़बड़ाहट से भरी होती थीं। अलार्म बजते ही मैं 3-4 बार स्नूज़ मार देती, बिस्तर पर ही फोन स्क्रॉल करना शुरू कर देती, और फिर जल्दी-जल्दी तैयार होकर दिन की शुरुआत होती। हर दिन ऐसा लगता जैसे मैं पहले ही पीछे चल रही हूँ।
मैं जानती थी कि मुझे अपनी सुबहों को थोड़ा सा बेहतर बनाना है, लेकिन जब भी मैं इंटरनेट से कोई "पर्फेक्ट मॉर्निंग रूटीन" अपनाने की कोशिश करती — वो या तो बहुत ज़्यादा बनावटी लगता या मेरे लिए टिकता ही नहीं था।
अब मेरी सुबहें बिल्कुल अलग हैं। मैं थोड़ी जल्दी उठती हूँ, ज़्यादा एनर्जेटिक महसूस करती हूँ, और सच में सुबह का समय एन्जॉय करती हूँ। सबसे अच्छी बात? मेरा रूटीन सिंपल है, फ्लेक्सिबल है, और पूरी तरह मेरे लिए डिज़ाइन किया गया है — ना कि किसी influencer के लिए।
✨ Step 1: पहले मैंने अपनी असली आदतों को देखा
कोई भी रूटीन शुरू करने से पहले, मैंने कुछ दिनों तक अपनी सुबह को बस observe किया — बिना खुद को जज किए।
मैं स्नूज़ बटन 3-4 बार दबाती थी
उठते ही इंस्टाग्राम या व्हाट्सएप चेक करती
कई बार नाश्ता स्किप कर देती या कुछ junk खा लेती
मुझे कभी पता नहीं होता था कि मेरा दिन कैसा जाने वाला है
इन सब को देखकर मुझे guilt नहीं हुआ — बल्कि ये मेरा starting point बन गया।
💡 Step 2: मैंने वो रूटीन चुना जो मेरे लिए सही है
शुरुआत में मैं भी YouTube पर देखे हुए 5 AM क्लब, योगा, ग्रीन स्मूदी, goal-setting जैसी चीज़ें फॉलो करने की कोशिश करती थी। लेकिन honestly, वो मेरी vibe से मैच नहीं करती थीं।
फिर मैंने खुद से पूछा:
मुझे सुबह में क्या चाहिए — शांति, फोकस या मोटिवेशन?
कौन सी छोटी-छोटी चीज़ें मुझे grounded और खुश महसूस कराती हैं?
क्या मेरे टाइमटेबल में ये रियलिस्टिक है?
मैंने समझा कि मुझे कुछ बड़ा नहीं बदलना था, बस थोड़ी intentional आदतें बनानी थीं।
🪄 Step 3: सिर्फ़ 3 बेसिक आदतों से शुरुआत की
Too much = burnout. इसलिए मैंने बस 3 simple आदतें चुनीं:
1. 📵 सुबह 30 मिनट तक मोबाइल नहीं
फोन को रात में दूसरे कमरे में रखना शुरू किया और एक cute सा अलार्म क्लॉक यूज़ करने लगी। अब सुबह की शुरुआत ज़्यादा peaceful होती है।
2. 💧 पानी पीना + स्ट्रेच करना
उठते ही एक गिलास पानी और 5-10 मिनट हल्का स्ट्रेचिंग — इससे शरीर भी जग जाता है और mind भी।
3. 📝 Quick प्लानिंग + Daily intention
मैं एक छोटी डायरी में अपने दिन के 3 ज़रूरी काम और एक माइंडसेट लिखती हूँ — जैसे “positivity” या “patience”।
🧘 Step 4: आसान और माफ़ करने वाला बनाया
रूटीन तभी टिकता है जब वो rigid ना हो। मैंने ये चीज़ें कीं:
रात में कपड़े और पानी की बोतल पहले से रख लेती हूँ
एक “Morning Wins” checklist बनाई — बस 3 टास्क
कभी oversleep हो भी जाए तो खुद को blame नहीं करती
टाइम का कोई pressure नहीं — चाहे 6:30 बजे उठूँ या 8 बजे, मेरा flow वही रहता है।
🌸 Step 5: जब मन हो, कुछ एक्स्ट्रा कर लेती हूँ
अब जब ये बेसिक रूटीन मेरी आदत बन गई है, तो कभी-कभी ये bonus चीज़ें भी add करती हूँ:
छोटी सी मेडिटेशन या डीप ब्रीदिंग
5–10 पेज किसी बुक के
थैंकफुलनेस या जर्नलिंग
15 मिनट का कोई cute सा YouTube workout
ज़रूरी नहीं — बस जब मन हो तब।
☀️ मेरी सुबह कुछ ऐसी दिखती है
7:00 AM – उठना, फोन नहीं देखना
7:05 AM – पानी पीना, स्ट्रेच करना
7:15 AM – टास्क लिखना और daily intention सेट करना
7:30 AM – हल्का नाश्ता या चाय
7:45 AM – (अगर टाइम हो) पढ़ाई, मेडिटेशन या workout
8:15 AM – नहाना और ready होना
8:45 AM – दिन की शुरुआत (काम, कॉलेज या बाहर जाना)
It’s simple. It’s peaceful. And it works like magic ✨
💭 कुछ सीखें जो मुझे मिलीं
छोटी शुरुआत से बड़ी consistency बनती है
आपका रूटीन आपको खुश करना चाहिए, थकाना नहीं
प्रोग्रेस ट्रैक करो — एक छोटा सा टिक भी मोटिवेट करता है
लाइफ बदलती है, तो रूटीन भी बदल सकता है
परफेक्ट मत बनो — बस थोड़ा better बनो रोज़
🧡 आख़िरी बात
आपको 5 बजे उठने या इंस्टाग्राम वाला aesthetic रूटीन फॉलो करने की ज़रूरत नहीं है। बस एक ऐसा मॉर्निंग रूटीन बनाइए जो आपकी रियल लाइफ के लिए सही हो।
अगर आपकी सुबहें अभी थोड़ी messy हैं — no problem. बस एक सिंपल हैबिट से शुरू करो — जो आपको अच्छा feel कराए।
✨ Consistency > Complexity ✨
💬 और हाँ!
आपका मॉर्निंग रूटीन क्या है? कोई हैबिट जो आपकी सुबह को खास बनाती है? नीचे कमेंट में ज़रूर शेयर करें — मैं पढ़ने का इंतज़ार कर रही हूँ 🙂